भदोही से बीजेपी विधायक और उनके परिवार के 6 और लोगों पर रेप का आरोप विधवा महिला ने दिया शिकायती पत्र, अपर पुलिस अधीक्षक को सौंपी गई जांच
उत्तर प्रदेश के भदोही से बीजेपी के विधायक रवींद्रनाथ त्रिपाठी सहित परिजनों पर वाराणसी की रहने वाली एक विधवा महिला ने उनके परिवार के 6 लोगों पर रेप का आरोप लगाया है. महिला के मुताबिक, 2017 में चुनाव के दौरान भदोही के एक होटल में उसके साथ रेप किया गया. मामले में महिला ने पुलिस अधीक्षक को शिकायती पत्र दिया है, जिसे भदोही के एसपी ने अपर पुलिस अधीक्षक को जांच सौंप दी है.
महिला वाराणसी की रहने वाली है. महिला के मुताबिक, वह 2014 में ट्रेन से मुंबई जा रही थी. ट्रेन में उसकी मुलाकात विधायक के भतीजे संदीप तिवारी से हुई. ट्रेन सफर में दोनों की अच्छी पहचान हो गई और दोनों ने एक दूसरे को अपने मोबाइल नंबर दिए.
महिला के मुताबिक, उसके बाद दोनों की बातचीत होने लगी और एक दिन विधायक के भतीजे ने उसे शादी का आग्रह किया. उसके बाद विधायक के भतीजे ने शादी का झांसा देकर कई साल तक महिला का शारीरिक शोषण किया. विधानसभा चुनाव के दौरान 2017 में विधायक का भतीजा मुंबई से भदोही आया था. महिला का आरोप है कि विधायक के भतीजे ने उसे भदोही बुलाकर शहर के एक होटल में करीब एक महीने तक रखा था।
महिला का आरोप है कि चुनाव के दौरान विधायक रवींद्रनाथ त्रिपाठी ने होटल में आकर उसके साथ सबसे पहले रेप किया था. उसके बाद उनके परिवार के कई लोगों ने अलग-अलग दिनों में आकर रेप किया. महिला ने जब यह बात अपने प्रेमी यानी विधायक के भतीजे को बताई, तो उसने चुप रहने को कहा, उनके कहा कि ये मेरे परिवार की बात है. तुम चुप रहो मैं तुमसे शादी करूंगा.
महिला ने बताया, बीते रविवार को उसने विधायक के भतीजे से शादी करने की जिद की तो विधायक के भतीजे ने उसे जान से मारने की धमकी देकर शादी से इंकार कर दिया. महिला ने इस बाबत भदोही पुलिस अधीक्षक आफिस पहुंचकर एसपी को अपना शिकायत पत्र दिया, जिस पर पुलिस अधीक्षक राम बदन सिंह ने अपर पुलिस अधीक्षक को मामले की जांच सौंप दी है.
शिकायत पत्र में होटल का भी जिक्र किया गया
एसपी ने बताया, इस मामले की जांच उच्चाधिकारी द्वारा की जा रही है. जांच के बाद जो तथ्य आएंगे उसी हिसाब से कार्रवाई की जाएगी. इस मामले में कई घटनास्थलों का जिक्र है, साथ ही भदोही के एक होटल का भी जिक्र है, जहां पर पुलिस जाकर जांच पड़ताल करेगी. वहीं, इस मामले पर विधायक से उनका पक्ष जानने के लिए फोन पर बात की गई, तो उन्होंने इस मामले को राजनीतिक साजिश बताया है।