कोरोना महामारी वनी मजदूरों की मजबूरी रहने खाने के लिए नहीं है कोई व्यवस्था

देश में कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या बढ़कर 1000 के पार चली गई है. जबकि अब तक इस वायरस से 24 लोगों की जान गई है. वहीं मध्य प्रदेश में एक पत्रकार के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की गई है. वो कमलनाथ की बतौर सीएम आखिरी प्रेस कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लेने पहुंचे थे. पत्रकार की बेटी लंदन से लौटी थी, जिन्हें क्वारनटीन रहने को कहा गया था. इसके बावजूद पत्रकार ने नियमों की अनदेखी की. बाद में पत्रकार और उनकी बेटी दोनों कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. इस वजह से अब पूर्व सीएम कमलनाथ भी क्वारनटीन हो गए हैं. 


कोरोना महामारी वनी मजदूरों की मजबूरी रहने खाने के लिए नहीं है कोई व्यवस्था सरकारें रोजाना कुछ ना कुछ राहत देने के बायदा तो कर देती हैं मगर जो हकीकत है वह यह है की गरीब को गरीब का हिस्सा कभी मिलता ही नहीं शासन द्वारा 5-5 किलो गेहूं चावल ओर दाल देने के जो दावे किए जा रहे हैं उनमें भी उन्हीं लोगों का फायदा मिलेगा जिनको जरूरत नहीं है।


लॉकडाउन देशभर में मजदूरों ने अपने-अपने घर के लिए पलायन करना शुरू कर दिया ओर यह एक बड़ी चुनौती बनकर सामने आया है. इससे निपटने के लिए देश के सभी छोटे बड़े शहरों से लोगों का पलायन यूं ही जारी है.