*राजधानी भोपाल बैरसिया में जल संकट से ग्रामीण परेशान मनरेगा के सार्वजनिक कूप चढ़े भ्रष्टाचार की भेंट जिम्मेदार उपयंत्री फर्जी मूल्यांकन कर ले रहे मोटी रकम कागजों में खुदे सार्वजनिक कूप*
भोपाल बैरसिया अंचल की ग्राम पंचायत दमिला के ग्राम कनेरा के हरिजन मोहल्ला सहित पूरे ग्रामीणों को पीने के पानी की किल्लत का सामना कर रहे है। 35 घरों की 150 की आबादी वाले इस गांव में वैसे तो दो हेंडपंप हैं दोनों खराब हैं एक सार्वजनिक कूप जो है,वर्ष 2018 में खोदा गया था जो भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया गांव में दो जिसमें से केवल एक हेंडपंप से ही पीने योग्य पानी मिलता था, जबकि दूसरे की गांव से अधिक दूरी होने की वजह से उपयोग में नहीं आता रहा है। वर्ष 2018 में ग्राम पंचायत द्वारा तीन साल पहले बने सार्वजनिक कूप में पानी का जलस्तर काफी कमजोर है।ग्रामीणों का आरोप है कि इस सार्वजनिक कूप को न तो गहरा खोदा गया है इसकी गहराई मात्र 10 हाथ है और उसमे मचा और गंदा पानी है।पानी पीने योग्य नही है इस कारण इसका आज तक उपयोग नहीं हो पाया है। ग्राम वासियों ने आरोप लगाया कि मूलभूत सुविधाओं से जुझते इस गांव की ओर जनप्रतिनिधियों का बिल्कुल भी ध्यान नहीं है।ग्राम वासियों की लगातार बढ़ती आबादी को देखते हुए यहां अतिरिक्त हैंडपंप खनन किये जाने की मांग भी ग्रामीणों ने की है।
ग्रामीण जिसके टीयूब वेल से ग्रामीण पानी भरते है नारायणसिंह गुर्जर, लक्ष्मी बाई मेहरबानसिंह चंदरसिंह चेनसिंह सर्जनसिंह मांगीलाल मुकेश अजबसिंह सहित अन्य ने बताया कि गांव की पेयजल समस्या को लेकर उन्होंने सरपंच, विधायक एवं लोक स्वास्थय यांत्रिकी विभाग के अधिकारियों से कई बार शिकायत की, लेकिन इसके बावजूद भी आज तक समस्या जस की तस बनी हुई है। गौरतलब हो कनेरा गांव में पेयजल के पर्याप्त साधन नहीं होने की वजह से अभी गर्मी के मौसम में यहां निवास कर रहे लोगों को भारी तकलीफों का सामना करना पड़ता है। ग्राम वासियों ने बताया अभी 1 किमी. दूर जाकर नारायणसिंह गुर्जर की टीयूब वेल से पानी लाना पड़ रहा है। गौरतलब हो कनेरा में हरिजन वस्ती में जो मनरेगा से सार्वजनिक कूप का निर्माण हुआ वह भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया है कुआ की गहराई मात्र 10 हाथ है और पानी भी कम है जबकि इसकी गहराई ज्यादा होती तो ग्रामीणों को पीने का पानी मिलता जबकि इस कूप के सरपंच ने 5 लाख रुपये निकल लिये जबकि इतनी राशि का इंजीनियर ने फर्जी मूल्यांकन किया है ग्रामीणों ने बताया कि हम नारायणसिंह गुर्जर हमे दो बर्ष से पीने का पानी दे रहे हैं हम इनके टीयूब वेल से ही पानी का उपयोग कर रहे है,
भोपाल से गजेन्द्रसिंह सोलंकी की रिपोर्ट